गोपीतालाब

इस वडताल के पवित्र तालाब में भगवान स्वामिनारायण ने संतों और भक्तों के साथ कई बार स्नान किया है। इसी जगह पर श्रीजी महाराज ने शरद पूर्णिमा के दिन संतों के साथ दिव्य रास खेला। भगवान स्वामिनारायण ने संतों के साथ गोपियों के रूप में रास किया, इसलिए इस स्थान की उपमा वृंदावन से की जाती है।